Dedicated to Hemant Krakare, Ashok Kamte, Vijay Salaskar and Major Sandeep Unnikrishnan - The Bhagat Singh, Rajguru, Sukhdev and Chandrashekhar Azad of modern India I salute thee..
स्मरणिका
आज की ही रात की तो बात थी वह
दिल को दहलाने की कैसी रात थी वह
जब आखिरी लम्हा जिया था ज़िंदगी का
इस देश की खातिर किया बलिदान था
प्राण तुमने त्याग कर भी था दिखाया
पाठ एक था देशभक्ति का सिखाया
हार कर भी जीत होगी यह तुम्हारी
साल भर के बाद भी है याद आती
हे मेरे बंधु, सखा हे मित्रगण मेरे सुनो
करकरे की कामटे की बात सालस्कर की हो
जिक्र हो संदीप उन्नी की कथा न व्यर्थ हो
उनकी शहादत रंग लायेगी नया कुछ अर्थ हो ।
हम उन्हे करते नमन
है शीष झुकता है यह तन
नाज़ है तुम पर है कहता यह वतन
आज तुम को याद कर रोता है मन ।
अभय शर्मा
26 नवंबर 2009
स्मरणिका
आज की ही रात की तो बात थी वह
दिल को दहलाने की कैसी रात थी वह
जब आखिरी लम्हा जिया था ज़िंदगी का
इस देश की खातिर किया बलिदान था
प्राण तुमने त्याग कर भी था दिखाया
पाठ एक था देशभक्ति का सिखाया
हार कर भी जीत होगी यह तुम्हारी
साल भर के बाद भी है याद आती
हे मेरे बंधु, सखा हे मित्रगण मेरे सुनो
करकरे की कामटे की बात सालस्कर की हो
जिक्र हो संदीप उन्नी की कथा न व्यर्थ हो
उनकी शहादत रंग लायेगी नया कुछ अर्थ हो ।
हम उन्हे करते नमन
है शीष झुकता है यह तन
नाज़ है तुम पर है कहता यह वतन
आज तुम को याद कर रोता है मन ।
अभय शर्मा
26 नवंबर 2009
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